Monday, 10 December 2012

Termrik is best use in Cancer


कैंसर का इलाज है हल्दी!

हल्दी प्राकृतिक की एक अद़्भुत देन है। हल्दी का इतिहास तकरीबन ढाई हजार वर्ष पुराना है। प्रारंभ में इसका उपयोग रंग के रूप में किया जाता था। खाने में तो इसकी उपयोगिता के बिना कल्पना ही नहीं की जा सकती लेकिन आज यह जानकार आश्चर्य होगा कि अब इसका उपयोग कैंसर की दवा के रूप में भी किया जा सकता है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने यह पाया है कि हल्दी कैंसर के सेल्स से लड़ने में सक्षम है।
दरअसल, हल्दी में पाया जाने वाले रसायनिक तत्व में करक्यूमिन ओएसफोगल कैंसर से निजात दिलाने में सक्षम है। मालूम हो कि इस कैंसर से पूरे विश्व में हर साल तकरीबन 500, 000 लोग मौत के शिकार हो जाते हैं। सत्तार के दशक के बाद ओएसफोगल कैंसर के पीड़ितों की संख्या में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ोत्तारी देखी गई है। इसका कारण मोटापा तथा अधिक शराब का सेवन माना जाता है।
आयरलैंड के कॉर्क कैंसर रिसर्च सेंटर ने शेरॉन मैक्केना के नेतृत्व में हल्दी की इस खूबी पर शोध किया गया है जो हाल ही में ब्रिटिश जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इससे पहले माना जाता था कि हल्दी से ट्यूमर और अर्थराइटिस का इलाज किया जा सकता है, या हल्दी का सेवन करने वालों में रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। लेकिन इस शोध के बाद यह संभावना भी जगी है कि हल्दी में पाये जाने वाले रसायन करक्यूमिन से कैंसर रोधी दवा बनाई जा सकती है जो ओएसफोगल कैंसर से लड़ने में सक्षम हो सकती है।
डा. मैक्केना के अनुसार हल्दी में पाया जाने वाला यह रसायन महज 24 घंटे में ही कैंसर से लड़ना शुरू कर देता है। कैंसर के सेल्स पर पड़ने वाला इसका प्रभाव भी कम रोचक नहीं है। दरअसल, इसके सेवन के बाद कैंसर के सेल्स खुद एक दूसरे को नष्ट कर देते हैं।
वैज्ञानिकों को पहले से इस बात की तो जानकारी थी कि हल्दी में पाए जाने वाले तत्व शरीर के खराब सेल्स को ठीक करने में कारगर है, मगर यह कैंसर के इतने व्यापक और खराब स्वरूप को नष्ट करने में भी सहायक हो सकता है, इसकी जानकारी आश्चर्यजनक और उत्साहवर्धक है।

(Mk0 lq”khy JhokLro)

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